RELIGION

घरों में कलश स्थापना कर प्रभु श्रीराम की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना करने से घरों में आती है खुशहाली

गंगा स्नान कर कलश में गंगाजल भरकर आम पल्लव रख घरों में ले जाकर लोग करते है कलश स्थापना, देर रात माताएं करती है प्रभु श्रीराम को पूजन अर्चना

न्यूज़ विज़न। बक्सर

चैत्र नवरात्रि के 9 वें दिन रामनवमी का त्योहार मनाया जाता है। धार्मिक पुराणों के अनुसार चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को भगवान राम ने जन्म लिया था। इस दिन हिंदू धर्म के मानने वाले सभी घरों में कलश स्थापना कर प्रभु श्रीराम की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की जाती है। जिससे घर में खुशहाली आती है। धन वैभव की वृद्धि होती है। वही अलग अलग जगहों पर भगवान की प्रतिमा के साथ भव्य जुलूस भी निकाला जाता है और जय श्रीराम का उदघोष भी किया जाता है। पंडित मुन्ना दुबे ने बताया कि रामनवमी के दिन पूजा के दौरान एक कटोरी में गंगा जल रखकर उसके सामने रामरक्षा मंत्र ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं रामचन्द्राय श्री नम का जप किया जाता है। इसके बाद जल को घर के हर कोने छत पर छिड़क दिया जाता है। ऐसा करने से घर का वास्तु दोष समाप्त हो जाता है।

 

वही रामनवमी को लेकर मंगलवार को शहर के सभी गंगा घाटों पर शाम को लोग पहुंच गंगा स्नान करते है जिसके पश्चात मिट्टी के कलश में गंगाजल भरकर और उसपर आम का पल्लव रख लोग घरों में ले जाकर स्थापित करते है। इसको लेकर नगर के नाथ बाबा घाट, रामरेखा घाट, सती घाट आदि स्थानों पर स्नान करने और कलश में गंगाजल भरने को लेकर काफी भीड़ जुटी हुई थी। कलश घर में ले जाकर पूजा स्थान पर रख दिया जाता है। जिसके बाद देर रात में महिलाएं नहा धो कर पकवान बनाती है और भगवान का पूजन करती है।

वही रामरेखा घाट के पंडा लाला बाबा ने बताया कि राम नवमी का दिन भक्तों के लिए बहुत महत्व रखता है क्योंकि यह दिन भगवान राम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस दिन विष्णु जी के अवतार प्रभु श्री राम की पूजा करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। भक्तों के जीवन से सभी कष्ट कट जाते हैं। इसके अलावा इस दिन नवरात्रि का समापन भी होता है, जिससे इस दिन का महत्व और भी बढ़ जाता है। इस दिन को महानवमी कहते हैं इस दिन पूजा अर्चना करने से राम जी के साथ आदिशक्ति मां जगदम्बा की कृपा भी प्राप्त होती है। वही नगर में इस बार अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा बैठक कर जुलूस को लेकर काफी सख्ती बरतने को कहा गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर के करीब नौ जगहों से भव्य जुलूस निकालने को लेकर लाइसेंस निर्गत किया गया है। जिसमे सबसे पुराना प्रधान अखाड़ा बंगाली टोला स्थित श्री राम जानकी मंदिर से भगवान की अष्टधातु की मूर्ति को सजाकर रथ पर सवार किया जाता है। जहा से समिति के अध्यक्ष दिलीप वर्मा के नेतृत्व में जुलूस निकाला जाता है। इसके अलावा चरित्रवन आईटीआई मैदान स्थित हनुमान मंदिर, रामरेखा घाट स्थित व्यवसायिक संघ, पंचमुखी हनुमान मंदिर, मेन रोड तुरहा टोली, ठठेरी बाजार समेत नौ जगहों से भव्य शोभा यात्रा निकाली जाएगी।

 

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