पारितोषिक नहीं मानदेय चाहिए समेत नौ सूत्री मांगों को लेकर धरना सातवे दिन भी रहा जारी




न्यूज विजन | बक्सर
नौ सूत्री मांगों को लेकर बिहार राज्य आशा एवं आशा फैसिलिटेटर का बेमियादी हड़ताल मंगलवार को सातवें दिन भी जारी रहा। इस दौरान जिला के सभी प्रखंडों में आशा एवं आशा फैसिलिटेटर द्वारा धरने का आयोजन किया गया। वही सदर प्रखंड परिसर में धरने को संबोधित करते हुए जिला संयोजक सह राज्य उपाध्यक्ष अरुण कुमार ओझा कहा कि आशाओं के हड़ताल की व्यापकता एवं आक्रामकता इन 7 दिनों में बढ़ा है। सरकार के गैर संवेदनशील रवैया के खिलाफ आशा एवं आशा फैसिलेटर अपने आंदोलन को और तेज करने की तैयारी कर रहे हैं। मांगों के समर्थन में अब जिला मुख्यालय पर भी धरना आयोजित किया जाएगा, पारितोषिक नहीं मानदेय चाहिए। 1000 नहीं 10000 चाहिए कोरोना काल के कार्य एवं सभी बकाया सहित 9 सूत्री मांगों की पूर्ति करनी पड़ेगी। तब जाकर कहीं आशा और आशा फैसिलिटेटर हड़ताल से वापस आने पर विचार करेगी। कार्यपालक निदेशक से वार्ता कराने के बाद सरकार ने चुप्पी साध ली है। जिसे आशाओं में काफी रोष है नारा दिया गया है। आशा भूख पेट काम नहीं करेगी। धरना में मीरा कुमारी, अभिराजो देवी, नीतू, संतोषी, माया देवी, बबीता, मनोज चौधरी, सुनीता कुमारी, मालती, रिंकू, बृज कुमारी, सुरेखा समेत अन्य शामिल रही।

