पति की लंबी उम्र के लिए महिलाओं ने रखा वट सावित्री का व्रत




न्यूज़ विज़न। बक्सर
गुरुवार को सुहागिन महिलाओं ने पति की लंबी उम्र के लिए वट सावित्री का व्रत रखकर विधि विधान से पूजा की और जीवन का संकट हरकर पति की दीर्घायु होने का वरदान मांगा। नगर क्षेत्र की व्रती महिलाओं ने सुबह शहर के नाथ बाबा घाट, सती घाट, रामरेखा घाट समेत अन्य गंगा घाटों पर स्नान के बाद वट वृक्ष की पूजा आराधना की। रामरेखा घाट पर अहले सुबह से व्रती महिलाएं स्नान के लिए पहुंचने लगी थीं। शहर में रामरेखा घाट, पुरानी कचहरी परिसर के अलावा अन्य जगहों पर बरगद की पूजा करने के लिए महिलाएं जुटी रहीं।








जानिए क्या है इस व्रत के पीछे कथा



पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार सत्यवान राजा की आयु पूरी होने पर यम के दूत उनके प्राणों का हरण कर यमलोक ले गए। इसकी जानकारी जब उनकी धर्मपत्नी सती सावित्री को हुई तो उन्होंने यमराज से लड़ते हुए अपने पति के जीवन को बचा लिया। ऐसी मान्यता है कि ज्येष्ठ मास की कृष्णपक्ष की अमावस्या तिथि को वट वृक्ष की पूजा करने से सुहागिन महिलाओं के पतियों को दीर्घायु प्राप्त होती है। पंडित धन जी बाबा ने बताया कि सुबह पूजा करने वाली महिलाओ को विशेष फल की प्राप्ति होगी।
बरगद वृक्ष के नीचे धूप, दीप, नैवेद्य, फल, फूल व मेवा मिष्ठान के साथ विधान से पूजा कर वटवृक्ष की 11, 21, 51 या फिर 108 बार परिक्रमा कर पतियों के दीर्घायु होने का वरदान मांगा। गंगा स्नान व पूजा पाठ का सिलसिला सुबह से शुरू हो गया। इसके अलावा नगर सहित जिले के विभिन्न गांव में सुहागिन महिलाओं ने वट वृक्ष की पूजा कर पति के जीवन की रक्षा का वरदान मांगा।

