निर्धन छात्राओं को सशक्त बनाने की पहल, रोटरी क्लब ने बांटे 30 बैग और 5 साइकिल




न्यूज विज़न। बक्सर
समाज में शिक्षा और नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रोटरी क्लब बक्सर द्वारा मंगलवार को एक सराहनीय पहल की गई। क्लब ने शहर के कलेक्ट्रेट रोड स्थित अपने गोद लिए गए विद्यालय आचार्य नरेंद्र देव मध्य विद्यालय में एक विशेष शिविर का आयोजन किया। इस अवसर पर विद्यालय की निर्धन और जरूरतमंद छात्राओं के बीच स्कूल बैग और साइकिल का वितरण किया गया, ताकि वे अपनी पढ़ाई में और अधिक सहजता और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ सकें।






कार्यक्रम के दौरान विद्यालय की 30 छात्राओं को स्कूल बैग और 5 छात्राओं को साइकिल प्रदान की गई। इनमे 30 स्कूल बैग रोटेरियन रामाशंकर कुशवाहा के सौजन्य से दान किए गए जबकि 5 साइकिल रोटरी क्लब के अध्यक्ष डॉ. दिलशाद आलम ने अपने निजी योगदान से उपलब्ध कराए।

गरिमामय रहा वितरण कार्यक्रम
विद्यालय परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में न केवल छात्राओं के चेहरे पर मुस्कान दिखाई दी, बल्कि वहां मौजूद सभी अतिथियों और अभिभावकों ने रोटरी क्लब की इस पहल की सराहना की। इस मौके पर विद्यालय के प्राचार्य समेत कई शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से पार्षद प्रतिनिधि मिथिलेश कुमार, रोटरी कोषाध्यक्ष सतेंद्र कुमार सिंह, सचिव एस.एम. साहिल, रोटेरियन मीना सिंह, सुनीता सिंह, आगामी अध्यक्ष निर्मल कुमार सिंह, पूर्व अध्यक्ष राजेश केशरी, रोट्रेक्ट क्लब अध्यक्ष सोनू वर्मा, कार्यक्रम के चेयरमैन रामाशंकर सिंह समेत रोटरी के कई सक्रिय सदस्य और विद्यालय के शिक्षकगण मौजूद रहे।
नारी सशक्तिकरण को दिया संदेश
इस मौके पर क्लब अध्यक्ष डॉ. दिलशाद आलम ने अपने संबोधन में कहा कि, “जब बेटियां शिक्षित और आत्मनिर्भर होंगी तो न केवल बक्सर बल्कि पूरा भारत सशक्त होगा। रोटरी का प्रयास रहेगा कि समाज के हर कोने में जरूरतमंद बेटियों को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित किया जाए।” वहीं रोटेरियन मीना सिंह ने कहा कि, “रोटरी क्लब इस वर्ष कई ऐतिहासिक कार्य करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। समाज के हर वर्ग तक मदद पहुंचाना हमारा ध्येय है।”
छात्राओं ने जताई खुशी
साइकिल और बैग पाकर छात्राओं के चेहरे खिल उठे। उन्होंने कहा कि अब उन्हें स्कूल आने-जाने में सहूलियत होगी और पढ़ाई के लिए जरूरी सामान आसानी से रखा जा सकेगा। रोटरी क्लब बक्सर की इस पहल ने एक बार फिर यह साबित किया कि समाज की भलाई के लिए सामूहिक प्रयास कितने महत्वपूर्ण हैं। शिक्षा के क्षेत्र में लड़कियों को आगे बढ़ाने का यह प्रयास निश्चित ही समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होगा।

