दिल्ली विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के बाद पहली बार अपने जन्मभूमि पहुंचे डॉ धर्मेंद्र कुमार का हुआ भव्य स्वागत




न्यूज़ विज़न। बक्सर
रविवार को दिल्ली विश्वविद्यालय में नव चयनित जिले के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ धर्मेंद्र कुमार यादव पहली बार अपने गांव चौसा पहुंचे। इस दौरान बक्सर स्टेशन पहुंचने के क्रम में चौसा नगर पंचायत के सम्मानित लोगों द्वारा फूल मालाओं से उनका भव्य स्वागत किया गया। जैसे ही अपने घर पहुंचे चौसा नगर पंचायत के मुख्य पार्षद किरण देवी द्वारा फूल माला एवं आरती उतारकर डॉ धर्मेंद्र कुमार का स्वागत किया गया।








बातचीत के दौरान डॉ धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि मेरा शिक्षा दीक्षा आदर्श उच्च विद्यालय चौसा से हुई है और उच्च शिक्षा इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक एवं स्नातकोत्तर के बादपीएचडी भी मैंने वहां से किया। मैं एक किसान का बेटा हूं मैं पढ़ाई के क्रम में ही मैं सोच लिया था कि मुझे शिक्षक बनना है कठिन संघर्ष एवं मेहनत से मैं अपना तैयारी करता था। उस उद्देश्य की पूर्ति अपने मेहनत के बदौलत मैंने हासिल किया। मुझे शुरू से ही पठन- पाठन मैं मन लगता था और मैं हमेशा सोचता था कि जिस गरीब किसान परिवार से मैं आता हूं मैं शिक्षक बन जाता हूं तो पहली प्राथमिकता के तौर पर समाज के कमजोर परिवार के विद्यार्थियों के साथ अन्य छात्रों को भी हर स्तर से मदद करने के लिए तैयार रहूंगा। और मैं चाहता हूं बक्सर हो या बिहार अधिक से अधिक संख्या में हमारे जिला के लोग पढ़े और अच्छे-अच्छे जगह पर पहुंचकर अपना परिवार का और अपना नाम रोशन करें। मेरी पढ़ाई में मेरे माता और पिता के साथ मेरे बड़े भाई अधिवक्ता डॉ मनोज कुमार यादव पूर्व जिला पार्षद बक्सर, विनोद कुमार अधिवक्ता, मेरी बहन बबीता कुमारी एवं हमारे गुरु और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विद्वान प्रोफेसर डॉ आर के पांडे का काफी योगदान रहा है। जिसको मैं जिंदगी भर भूल नहीं सकता हूं।



स्वागत करने के क्रम में मंगल देव पासवान, भरत पांडे, इंजीनियर नीतीश कुमार उपाध्याय, हरिशंकर राम, विजय राम, आशीष पासवान, रामप्रवेश राजभर, गोविंद खरवार, ईश्वर दयाल यादव, दीपक चौधरी, इम्तियाज रजक, संजय कुमार यादव, चंद्रमा सिंह यादव, उमेश कुमार सिंह, सुरेंद्र सिंह, लक्ष्मण राम, शमीम साईं, सलीम साईं, सिराजुद्दीन साईं, निसार शाह, अरविंद उपाध्याय, शंकर प्रसाद, उदय कुमार तत्वा, बिहारी राम, दिलबहार पासी, नोटरी राम लखन पाल, अधिवक्ता बबलू पाल, मुन्ना खरवार, गोविंद खरवार सहित भारी संख्या में लोग मौजूद थे।

