जिला स्पर्श केंद्र की स्थापना में हो रही विलम्ब पर पूर्व सैनिक संघ अध्यक्ष रामनाथ सिंह ने राज्य स्तरीय बैठक में उठाया आवाज
पटना में आयोजित बिहार राज्य पूर्व सैनिक संघ का ए जी एम वार्षिक बैठक में पूर्व सैनिक संघ बक्सर के अधिकारियों ने रखी अपनी बात




न्यूज़ विज़न। बक्सर
रविवार को बिहार राज्य पूर्व सैनिक संघ का ए जी एम वार्षिक बैठक पटना स्थित कार्यालय में अध्यक्ष कप्तान एन. के. सिंह की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। जिसमें बिहार के 38 जिला के जिला अध्यक्ष और सचिव ने भाग लिया। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष ने सालाना बजट आमदनी और खर्चे का ब्यौरा रखते हुए संघ के द्वारा किए गए कार्यों को सबके सामने विस्तार से रखा।








कार्यक्रम में बक्सर जिला से जिला अध्यक्ष रामनाथ सिंह ने अध्यक्ष को बुके देकर सम्मानित किया और साथ ही अपने जिला के साथ साथ पूरे प्रदेश के पूर्व सैनिकों के समस्या को संघ के पटल पर पेश किया। जिसमें लाइफ टाइम मेंबरशिप के लिए आवेदन फीस में बढ़ोतरी पर विस्तार से चर्चा हुई और ये तय हुआ कि अभी तक के भरे गए फॉर्म को बढ़ा पैसा प्रदेश कार्यालय से पूरा किया जाएगा। साथ ही जिलाध्यक्ष ने प्रदेश नेतृत्व से आग्रह किया कि प्रशासनिक या राजनीतिक लेवल पर भी जिला के सैनिकों को भरपूर सहयोग मिलना चाहिए।इसी कड़ी में बक्सर में स्पर्श केंद्र की स्थापना में विलंब को भी गंभीरता से लेने की बात कही। श्री सिंह ने बिहार राज्य पूर्व सैनिक संघ की उपलब्धियां गिनाते हुए बताया कि आज संघ का ही देन है कि बक्सर के पूर्व सैनिक ईसीएचएस, सैनिक कल्याण केंद्र, और सीएसडी कैंटीन का भरपूर लाभ ले रहे है।



वही उन्होंने आगे भी जिला संघ प्रदेश के साथ समन्वय बैठाकर जिला में एक भवन निर्माण करवाने की बात रखी जिसमें सभी केंद्र एक जगह से सुचारू रूप से चलें, स्पर्श केंद्र जहां पेंशन से संबंधित समस्याओं का समाधान हो सके और संगठन विस्तार के लिए सभी प्रयासरत रहे। अध्यक्ष ने अपने बक्सर के पूरे कार्य समिति को धन्यवाद भी प्रेषित किया कि सभी साथी उनके इस कार्य में दिन रात एक करके कदम से कदम मिला कर चलते है। इसी कड़ी में आरा के जिला अध्यक्ष मेजर राणा प्रताप सिंह ने बक्सर संघ को शहीद स्मारक का प्रतीक चिन्ह भेंट किया। अध्यक्ष राम नाथ सिंह के साथ इस बैठक में भाग लेने वालों में मुख्य रूप से सचिव शैलेश ठाकुर, डिप्टी डायरेक्टर पेंशन ललन मिश्रा, कार्यकारणी सदस्य मोहन यादव और मीडिया कवरेज मन जी सिंघानिया शामिल रहे।

