जागृत मातृ शक्ति और शिक्षक कर सकते हैं समाज को रोशन : बिमल पांडेय




न्यूज़ विज़न। बक्सर
नगर के सिविल लाइन्स स्थित सरस्वती विद्या मंदिर, बालिका खंड में रविवार को छात्र छात्राओं के शैक्षिक, व्यक्तिक व संस्कार युक्त शिक्षा के साथ सुनहले भविष्य निर्माण में माताओं की अहम भूमिका व उनके महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त करने के निमित विद्यालय में ‘मातृ सम्मेलन’ का आयोजन किया गया। जिसमें कक्षा प्रथम से दशम तक पढ़ने वाले बच्चों के माताओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया।








मातृ सम्मेलन का शुभारंभ द्वीप प्रज्वलित कर इस कार्यक्रम की अध्यक्षा पूनम पाल, कोषाध्यक्ष भोला जी, समिति के सदस्य श्री रामबचन बौद्ध जी व प्रधानाचार्य बिमल पांडेय ने संयुक्त रूप से उद्घाटन किया। कार्यक्रम की प्रस्तावना मंजू तिवारी ने रखते हुए कहा की माताओं को बच्चों के शैक्षिक व सांस्कृतिक पक्ष को मजबूत बनाने में माताओं के त्याग व सजगता की जरूरत है। वहीं कई अभिभावकों ने अपने विचार व्यक्त व महत्वपूर्ण सुझाव रखे तथा इस विद्यालय में अपने बच्चों को शिक्षा के लिए भेज कर गर्व की अनुभूति का भी जिक्र किया। कक्षा प्रथम में पढ़ने वाली आसिया हुसैन की माता नैमुन निशा जी ने विद्यालय के पठन पाठन, अनुशासन व शिक्षिकाओं द्वारा बच्चों पर ध्यान देने की सराहना की। अभिभावकों, माताओं के प्रश्नों का जवाब विद्यालय के प्रधानाचार्य बिमल पांडेय ने विषयवार दिया। उन्होंने माताओं को जीजाबाई के तरह अपने बच्चों के भविष्य व राष्ट्र निर्माण में लोकतंत्र के पर्व पर अपने अधिकार का सजगता व निष्ठा के साथ प्रयोग करने की अपील की।



उन्होंने इस वर्ष सर्वश्रेष्ठ छात्र छात्राओं के उत्साह वर्धन के लिए ‘छात्र अभिनंदन व गुरु वंदन’ जैसी प्रतिस्पर्धात्मक योजना की भी जानकारी दी। अतिथि परिचय सुमन पांडेय, मंच संचालन बिभा राय व संजू सिंह ने किया तथा आभार ज्ञापन रंजू सिन्हा ने किया। मौके पर समिति के सदस्य गण व विद्यालय के सभी आचार्य दीदी जी उपस्थित थे। भैया बहनों ने मां के ऊपर एक गीत की प्रस्तुति दी तथा विद्या मंदिर की बहनों के वर्ष भर के सह शैक्षिक क्रिया कलापों का एक वीडियो वृत्त भी प्रस्तुत किया गया।

