जल प्रहरी पुरस्कार 2023 के लिए चौसा प्रखंड के पूर्व पीओ अजय सहाय का हुआ चयन
13 दिसंबर को दिल्ली में किया जायेगा पुरस्कृत, अजय सहाय वर्तमान में मुजफ्फरपुर में है पदस्थापित




न्यूज़ विज़न। बक्सर
मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना के तहत जल जीवन और हरियाली कार्य के अंतर्गत चौसा प्रखंड स्थित ग्राम पंचायत रामपुर में मनरेगा योजना से कराया गया कैच द रेन परियोजना के लिए जल शक्ति अभियान मंत्रालय ने चौसा के पूर्व कार्यक्रम पदाधिकारी अजय सहाय को राष्ट्रीय पुरस्कार ‘‘जल प्रहरी पुरस्कार 2023’’ के लिए चयन किया गया है। जिसे 13 दिसंबर को दिल्ली में दिया जाएगा।







जल प्रहरी के चौथे संस्करण में जल सिंचाई के लिए सकारात्मक कार्य करने वाले जल योद्धाओं को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार दिए जाते हैं। मनरेगा के पूर्व पीओ अजय सहाय के नेतृत्व व देखरेख में चौसा प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत रामपुर में सूखाग्रस्त क्षेत्रों से बारिश के पानी का संचय करने हेतु कई चेक डैम, नहर के बाहा, पईन, तालाबों, जल निकासी के माध्यम से मोड़कर न केवल रामपुर के 4412 एकड़ क्षेत्र को सिंचित करने से क्षेत्र के जंगली जानवरों काले हिरण और हिरणों को जीवन देने में भी मदद किया। जल सुरक्षा के लिए, जल संरक्षण के क्षेत्र में यह कार्य अनुकरणीय हैं। देश में कई जिलों में जल संकट, जलवायु परिवर्तन से संकट गहरा रहा है, आपके प्रयासों से हम जल संरक्षण, संवर्धन कर अगली पीढ़ी को न सिर्फ बचा सकते हैं, पानी पर संभावित विश्व युद्ध को टाल सकते हैं। राष्ट्रीय जल प्रहरी का यह पुरस्कार पाने वाले पुरे देश में एक मात्र मनरेगा पीओ अजय सहाय है।

अजय फिलहाल मुजफ्फरपुर जिला में तैनात मनरेगा प्रोग्राम पदाधिकारी अजय सहाय ने दूरभाष पर बताया कि यह योजना सामुदायिक भागीदारी, वरिष्ठ नागरिकों की मदद से परिप्रेक्ष्य योजना, किसान गोष्ठी, जागरूकता कार्यक्रम, डिजिटल इंडिया और ड्रोन बनाई गई। समस्त स्टाफ और वहाँ के जनप्रतिनिधियों व आम लोगों के सामूहिक प्रयास से यह योजना क्रियान्वित हुआ। राष्ट्रीय जल प्रहरी 2023 का पुरस्कार मिलना काफी हर्ष की बात है। मैं जहाँ भी रहा हूँ वहाँ पर ऐसे कार्यों को प्राथमिकता देता हूँ. ताकि पर्यावरण क्षति को पुरा किया जा सके।

