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जलवायु परिवर्तन के कारण तापमान में वृद्धि हो रही है, जलवायु अनुकूल खेती बेहतर विकल्प साबित हो सकता है : डीएम 

आत्मा द्वारा एक दिवसीय जिला स्तरीय खरीफ महाभियान का किया गया आयोजन

न्यूज़ विज़न।  बक्सर 
मंगलवार को शहर के स्टेशन रोड स्थित नगर भवन के सभागार में कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण(आत्मा) के तत्वाधान में एक दिवसीय जिला स्तरीय खरीफ महाभियान का आयोजन किया गया जिसका शुभारम्भ डीएम अंशुल अग्रवाल द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया।

 

कार्यक्रम में उपस्थित कृषि विभाग के कर्मियों और सम्बोधित करते हुए जिला पदाधिकारी ने कहा की खेती-बाड़ी जीविकोपार्जन का मुख्य स्त्रोत है। वर्तमान परिवेश में जलवायु परिवर्तन के कारण तापमान में उत्तरोत्तर वृद्धि हो रही है। इस परिस्थिति से निजात हेतु जलवायु अनुकूल खेती, जैविक खेती, मोटे अनाज का उत्पादन इत्यादि बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। साथ ही उन्होंने पराली जलाने से होने वाले नुकसान का प्रचार-प्रसार करने के बावजूद किसानों द्वारा अभी भी पराली जलाया जा रहा है, जिसका प्रतिफल है कि हम लोग अत्यधिक तापमान के शिकार हो रहे हैं। जिला कृषि पदाधिकारी बक्सर को निर्देश दिया कि जिस क्षेत्र में पराली जलाने की घटना उजागर हो रही है, उस क्षेत्र के किसानों पर कार्रवाई करते हुए प्रसार कर्मियों पर भी विभागीय कार्रवाई करें।

कार्यक्रम के दौरान उप विकास आयुक्त महेंद्र पाल के द्वारा प्रसार कर्मियों से किसानों के बीच कृषकोपयोगी योजनाओं को वृहत स्तर पर प्रसार करने की बात कही। उन्होंने कहा कि सभी प्रसार कर्मी खरीफ महाभियान कार्यक्रम में गहनता पूर्व प्रशिक्षण हासिल कर अपने-अपने क्षेत्र के किसानों को लाभान्वित करें। जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि इस वर्ष खरीफ मौसम में धान फसल के लिए कुल 94279.2 हेक्टेयर में खेती करने का लक्ष्य निर्धारित है। बीज वितरण कार्यक्रम अंतर्गत  कुल 1689.28 क्विंटल बीज वितरण हेतु लक्ष्य है, जिसमें किसानों को प्रखंडों में 50 से 100 प्रतिशत अनुदान पर धान, मोटे अनाज, दलहन(अरहर) की बीज मुहैया कराया जा रहा है। उन्होंने कृषि समन्वय, बीटीएम, एटीएम को निर्देश दिया कि सम्बंधित कर्मी किसानों के बीच वृहत स्तर पर प्रचार-प्रसार कर शत प्रतिशत बीज मुहैया कराना सुनिश्चित करें।

जीरो टॉलरेंस नीति के तहत किसानों को उचित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध कराने हेतु सभी उर्वरक विक्रेताओं के प्रतिष्ठान पर सतत निगरानी करने का निर्देश दिया। तकनीकी सत्र के दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र के वरीय वैज्ञानिक-सह-प्रधान डाॅ देवकरण व विषय वस्तु विशेषज्ञ हरि गोविंद जायसवाल ने खरीफ मौसम में उगाई जाने वाली फसलों के प्रबंधन पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। अनुमंडल कृषि पदाधिकारी बक्सर ने कृषि यांत्रिकरण योजना पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना की जा रही है, जिसमें अस्सी प्रतिशत अनुदान पर विभिन्न प्रकार के यंत्र उपलब्ध कराये जायेंगे। कृषि यांत्रिकरण सम्बंधी सभी योजनाओं का लाभ लेने हेतु अपने क्षेत्र के कृषि समन्वयक, बीटीएम,एटीएम से संपर्क करें। सहायक निदेशक उद्यान पदाधिकारी, सहायक निदेशक भूमि संरक्षण पदाधिकारी बक्सर, सहायक निदेशक भूमि संरक्षण(कृ.अ.) दिलीप कुमार, उप परियोजना निदेशक-सह-प्रभारी सहायक निदेशक पौधा संरक्षण, आत्मा बेबी कुमारी ने अपने-अपने विभाग की योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

आगामी दिनों में प्रखंड स्तर पर खरीफ अभियान आयोजित किया जायेगा, जिसमें बक्सर 13.06.2024, चौसा 14.06.2024, राजपुर 15.06.2024, इटाढ़ी 19.06.2024, नावानगर 20.06.2024, केसठ 20.06.2024, चौगाई 21.06.2024, डुमराॅंव 19.06.2024, सिमरी 21.06.2024, चक्की 24.06.2024 एवं ब्रह्मपुर में 24.06.2024 तिथि निर्धारित है।

कार्यक्रम में जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी डुमराॅंव, अग्रणी बैंक प्रबंधक सहित सभी प्रखंडों के बीएओ, कृषि समन्वयक, बीटीएम, एटीएम, इनपुट डीलर्स, एफपीओ के प्रतिनिधि सहित प्रगतिशील कृषक उपस्थित थे।

 

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