1857 की क्रांति के लिए प्रसिद्ध मेरठ क्षेत्र के गांव पूठी में होगा मेरा गांव, मेरा इतिहास केंद्रित 12वां क्रिएटिव हिस्ट्री वार्षिक सम्मेलन
रिपोर्ट:- प्रियंका कुमारी, संयुक्त सचिव, क्रिएटिव हिस्ट्री
न्यूज़ विज़न। बक्सर
1857 की क्रांति भारतीय इतिहास की एक बड़ी परिघटना है। इसने न सिर्फ ब्रिटिशकालीन भारत की संरचना को बदला, अपितु ग्रामीण क्षेत्र की पुरानी व्यवस्था को बदल कर रख दिया। उक्त बातें क्रिएटिव हिस्ट्री ट्रस्ट द्वारा 10 नवंबर 2024 को मेरठ में हुई 1857 की क्रांति के सिपाही राव कदम सिंह गुर्जर के गांव पूठी में होने वाले कार्यक्रम की पूर्व तैयारी में इतिहासकारों, लेखकों, भारतविदों और अध्येताओं की वर्चुअल बातचीत में उभरकर आई।
कार्यक्रम में इतिहासकार रश्मि चौधरी, सुशील भाटी, ए के गांधी, निलेश झा; चर्चित लेखक देवेंद्र चौबे, सुरेश कांटक; शिक्षाविद हरिमोहन शर्मा, नवीन चंद्र लोहनी; पत्रकार शशांक शेखर; अध्येता आशीष कुमार पाण्डेय, प्रियंका कुमारी, संजय कुमार, रामाकांत उपाध्याय आदि सहित ऑनलाइन शामिल हुए। जर्मन भाषाविद और साहित्य चिंतक रामप्रसाद भट्ट तथा नेपाल से जुड़ी लेखिका एवं अध्येता लक्ष्मी जोशी द्वारा विचार विमर्श की प्रक्रिया में उभरकर आई।
क्रिएटिव हिस्ट्री द्वारा रंगाश्री, परम्परा/ जेएनयू स्कॉलर ग्रुप और बक्सर स्कूल ऑफ हिस्ट्री के सहयोग से होने वाले इस कार्यक्रम के स्थानीय संयोजक सुशील भाटी ने बताया कि इस कार्यक्रम में पूठी किसान इंटर कॉलेज के प्राचार्य इंद्रेश कुमार सहित ग्रामीण बुद्धिजीवी मनोज रावल, प्रिंस प्रधान, योगेंद्र रावल, और 1857 के सेनानी राव कदम सिंह गुर्जर की वर्तमान पीढ़ी के सदस्य मनोज नागर भी ग्रामीण इतिहास पर अपने विचार रखेंगे।
ज्ञातव्य हो कि 1857 के संघर्ष में मेरठ क्षेत्र की भूमिका बहुत बड़ी रही है। वहां के बागी सिपाहियों ने दिल्ली के बादशाह बहादुर शाह ज़फ़र के साथ मिलकर ईस्ट इंडिया कंपनी के औपनिवेशिक शासन को कड़ी चुनौती दी थी। अंग्रेजो के खिलाफ हुए इस संघर्ष में 1857 के सेनानी हारे जरूर थे, पर दुनिया भर में इस क्रांति को कंपनी शासन के खिलाफ आम जनता के विद्रोह के रूप में देखा गया। कहा जा सकता है कि यह भारतीय इतिहास का वह प्रस्थान बिंदु है जो भारतीय राष्ट्र का आज भी भविष्य तय कर रहा है।
बैठक के प्रारंभ में क्रिएटिव हिस्ट्री के वेबसाइट www.creativehistory.in पर भी चर्चा हुई तथा इसके निर्माण से जुड़े सामाजिक चिंतक और वित्तीय मामलों के विशेषज्ञ अनिल कुमार गोयल, आईटी विशेषज्ञ श्रीकृष्ण जी और वेब एक्सपर्ट पंकज रावत के प्रति विशेष आभार प्रकट किया गया।