गोंडवाना स्टूडेंट्स यूनियन इंडिया का 7 वां राष्ट्रीय सम्मेलन हुआ सम्पन्न, संगठन विस्तार को लेकर हुई चर्चा




न्यूज़ विज़न बक्सर
शहर के बाईपास रोड में गोंडवाना स्टूडेंट्स यूनियन इंडिया का 7 वां राष्ट्रीय तीन दिवसीय सम्मेलन सम्पन्न हो गया। सामाजिक उत्थान, शैक्षिक उत्थान, आर्थिक विकास के साथ-साथ गोंडियन संस्कृतियों और रीति-रिवाजों के विकास की दिशा में पुनोसाय दादा हीरा सिंह मरकाम के आंदोलन को GSU India द्वारा आगे बढ़ाया जा रहा है, जिसका गठन 10 दिसंबर 2011 को हुआ था।








पहले दिन सम्मेलन का उद्घाटन गोंगो के साथ हुआ। सभी विद्यार्थियों एवं अभिभावकों ने अपना परिचय दिया। अधिवेशन के पहले दिन संघ के विस्तार के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गयी. वरिष्ठ पदाधिकारी ने अपने अनुभव साझा करते हुए बैठक को संबोधित किया।
दूसरे दिन सम्मेलन की शुरुआत गोंगो से की गई। जीएसयू इंडिया के वरिष्ठजनों एवं वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा, छात्रों के शैक्षिक, सांस्कृतिक एवं आर्थिक उत्थान पर तिरुमाल हेमंत कोरचे, जीएसयू इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष, तिरुमाल, दीपक सिंह उइके जीएसयू इंडिया के महासचिव, तिरुमाय अनामिका पुट्टे जी, जीएसयू इंडिया के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, तिरुमाल कृष्णा गोंड प्रदेश अध्यक्ष, बिहार, तिरुमाल धनु गोंड प्रदेश सचिव, बिहार, कुपद नितीश गोंड जी प्रदेश कैशियर, बिहार, तिरुमाल शंकर गोंड जी, जिला अध्यक्ष, बक्सर, बिहार, तिरुमल, विश्वामित्र गोंड जी, तिरुमाल, मंतोष गोंड जी, तिरुमाल, अक्षय गोंड जी, तिरुमाल नागेंद्र गोंड जी, तिरुमाल मुन्ना गोंड जी , तिरुमाल विष्णु गोंड जी और जीएसयू इंडिया के अन्य वरिष्ठ, अभिभावक और शुभचिंतक द्वारा, व्यापक चर्चा की गई।



सम्मेलन के दौरान विधायक पाली तानाखार, छत्तीसगढ़ सह गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं तिरुनल श्याम सिंह मरकाम, महासचिव गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) ने आकर छात्रों का उत्साहवर्धन किया और पेनवासी दादा हीरा सिंह मरकाम जी के संदेश पहुंचाकर उनका मनोबल बढ़ाया।
सम्मेलन के समापन के दौरान जीएसयू की नियमावली और कार्यप्रणाली पर चर्चा की गई। साथ ही पिछले दो दिनों में हुई चर्चाओं का सारांश प्रस्तुत किया गया तथा ऐसे लोगों को प्रशस्ति पत्र दिये गये जिन्होंने समाज सेवा, शिक्षा, सांस्कृतिक आदि विभिन्न क्षेत्रों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। और सम्मेलन का समापन जीएसयू की राष्ट्रीय समिति और प्रदेश समिति, बिहार और आयोग मंडल को धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया।

