OTHERS

कृषि विज्ञान केंद्र में जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम के तहत कृषक वैज्ञानिक संवाद सह कृषि प्रदर्शनी का हुआ आयोजन 

न्यूज़ विज़न।  बक्सर 

शनिवार को जिले के किसानों के बीच जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम के अन्तर्गत तकनीकियों  तथा प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने एवं किसानो को जागरूक करने के उद्देश्य से एक दिवसीय कृषक वैज्ञानिक संवाद सह कृषि प्रदर्शनी कार्यक्रम कृषि विज्ञान केन्द लालगंज स्थित प्रक्षेत्र परिसर मे आयोजित किया गया। जिसमे बतौर मुख्य अतिथि डॉ. सुरेश कुमार चौधरी, उप महानिदेशक (प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन) भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली तथा भा.कृ.अनु.प. का पूर्वी अनुसंधान संस्थान, पटना के निदेशक डॉ. अनूप दास द्वारा संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया।

 

 

कार्यक्रम में आये अतिथियों एवं प्रतिभागी किसानों का स्वागत करते हुए कृषि विज्ञान केन्द्र,  के वरिष्ठ वैज्ञानिक सह प्रमुख डॉ. देवकरन ने जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम एवं प्राकृतिक खेती अन्तर्गत की जा रही गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यक्रम मे आमंत्रित भा.कृ.अनु.प. का पूर्वी अनुसंधान संस्थान, पटना के विभागाध्यक्ष डा0 उज्ज्वल कुमार एवं प्रधान वैज्ञानिक डॉ. अभय कुमार, भा.कृ.अनु.प.-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, पटना के प्रधान वैज्ञानिक डॉ0 अमरेन्द्र कुमार, केन्द्रीय बारानी कृषि अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. जे.वी.एन.एस. प्रसाद एवं डॉ. जी. प्रतिभा, प्रधान वैज्ञानिक सह कार्यक्रम समन्वयक, निकरा परियोजना सहित अन्य आमंत्रित अतिथियों ने कृषकों को संबोधित करते हुए संवाद किया तथा बदलते जलवायु मे कृषि मे आ रही चुनौतियों से निपटने के लिए जलवायु अनुकूल एवं भविष्य की मांग को बताते हुए टिकाऊ उत्पादन के उन्नत कृषि तकनीकियों पर विशेष बल दिया। बदलते मौसम मे अनुकूल कृषि तकनीकियों की आवश्यकता एवं उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए डॉ. अनुप दास ने किसानों को इसे अपनाने पर जोर दिया। साथ ही कृषि में प्राकृतिक संसाधनों के संतुलित प्रयोग कर सिंचित क्षेत्र द्वारा अधिकाधिक उपयोग पर जागरूक कर लाभ उठाने की बात कहीं।

नवनिर्मित कृषि यंत्र शाला का हुआ उद्घाटन

कार्यक्रम मे नवनिर्मित कृषि यंत्रशाला का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि डॉ. सुरेश कुमार चौधरी ने कृषि विज्ञान केन्द, द्वारा निकरा परियोजना एवं जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम की गतिविधियों के सार्थक परिणाम को किसानों के बीच साझा करते हुए ज्यादा से ज्यादा किसानों को इन तकनीकियों को अपनाने की बात कही। खराब मौसम के बावजूद कार्यक्रम मे सैकड़ों की संख्या मे महिला एवं पुरूष कृषकों की उपस्थिति की सराहना करते हुए उन्हें तकनीकी जानकारी एवं अनुभवों को ज्यादा से ज्यादा साझा कर आपसी सहयोग करने पर बल दिया। कृषि के लिए केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के सार्थक प्रयास का जिक्र करते हुए किसानों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक होकर लाभांवित होने की बात कही तथा जल संरक्षण, पराली प्रबंधन, प्रति बँूद अधिक उत्पादन एवं कौशल विकास द्वारा किसानों के क्षमतावर्द्धन पर जोर दिया। इटाढ़ी प्रखंड के ग्राम कुकुढ़ा में जलवायु समुत्थानशील कृषि पर राष्ट्रीय नवाचार (निकरा) परियोजना अन्तर्गत चलाई जा रही कृषि गतिविधियों एवं लाभार्थी किसानों के प्रक्षेत्र में किये गये क्रियाकलापों वर्षा जल संचयन कर बहुआयामी उपयोग, जलवायु के प्रति अनुकूल गेहँू के प्रभेद 2967, डब्ल्यू आर 544, जीरो टीलेज तकनीकी द्वारा गेहँू की बुआई एवं पशुचारा संग्रह एवं प्रयोग, आदि का भ्रमण किया भी किया गया जिसमे 100 से अधिक किसानो ने भाग लिया।

आयोजित प्रदर्शनी कार्यक्रम मे डूमरांव फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, मनोज मधु उत्पादक सहकारी समिति, सिंजेंटा कम्पनी, इन्सेक्टिसाईड इंडिया लिमिटेड, बाबा रविदास जैविक फॉर्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी, दियारांचल जैविक सरसों उत्पादक समूह, मशरूम उत्पादन समूह, इफको बक्सर, तथा कृषि विज्ञान केन्द्र, बक्सर द्वारा स्टॉल के माध्यम से कृषि उत्पाद व तकनीकी की जानकारी आगंतुक किसानों को दी गई। कार्यक्रम मे वीर कँूवर सिंह कृषि महाविद्यालय, डूमरांव के प्रचार्य डॉ0 मुकेश कुमार सिन्हा, कृषि विज्ञान केन्द्र, रामगढ़ के प्रमुख डॉ0 सुधांशु शेखर, केवीके सीतामढ़ी के प्रमुख डॉ0 रामेश्वर प्रसाद, आत्मा बक्सर के उप परियोजना निदेशक बेबी कुमारी, सहायक निदेशक (भूमि संरक्षण) सुमन लता, फाउन्डेशन स्कूल के प्राचार्य विकास ओझा, डीएवी पब्लिक स्कूल के प्राचार्य मो. हक, आदि उपस्थित थे तथा अनुसूचित जाति उपयोजना के अंतर्गत 07 कृषकों को पावर स्प्रेयर उपादान वितरित किया गया।

तकनीकी सत्र कार्यक्रम मे डॉ. प्रेम कुमार सुन्दरम् एवं डॉ. पवनजीत ने प्रक्षेत्र मशीनरी के संचालन एवं रखरखाव के साथ-साथ ड्रोन द्वारा कृषि रसायनों के पर्णीय छिड़काव का प्रदर्शन किया। हरगोविन्द ने प्राकृतिक खेती एवं श्री रामकेवल ने मंच संचालन तथा जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम पर तकनीकी जानकारी दी। कार्यक्रम मे 350 से अधिक महिला एवं पुरुष किसानों ने भाग लिया जिसमें रामोबरिया, बालापुर, चुरामनपुर, दलसागर, हरिकिशनपुर, रामपुर, सोनपा, भरचकिया, गेरुआ बाँध, ढकाईच, रहथुआ, धनंजयपुर, चुन्नी, पवनी, नाथपुर, हूँकहाँ, सोंधिया, मठिया गुरदास, आदि गाँव कृषकों ने कृषि विज्ञान केन्द्र मे स्टॉल भ्रमण के साथ-साथ प्रक्षेत्र पर विभिन्न फसलों की उन्नत तकनीकियांें का भी अवलोकन किया एवं प्रश्न उत्तर किये।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button