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कीचड़, पानी और फिसलन से खतरनाक हुआ अहिल्या मंदिर का पहुंचपथ

9 नवंबर को आरंभ होगी पंचकोसी परिक्रमा यात्रा, पहला पड़ाव है अहिरौली

न्यूज विजन। बक्सर

9 नवंबर से पंचकोसी परिक्रमा यात्रा प्रारंभ होगी। परिक्रमा का पहला पड़ाव अहिरौली है। इस बार रास्कता खराब होने से श्रद्धालुओं को परेशानी हो सकती है। मां अहिल्या के मंदिर में पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को उबड़-खाबड़ रास्ते से होकर गुजरना पड़ेगा। सारिमपुर स्थित वीर कुंवर सिंह पुल से बांध के रास्ते से अहिरौली तक का रास्ता खराब है। सड़क समतल नहीं होने के चलते श्रद्धालुओं को परेशानी हो सकती है। एनएच-922 से होकर अहिरौली को जाने वाली सड़क पर नाला का पानी सड़क पर बह रहा है।

 

 

 

पंचकोसी परिक्रमा यात्रा में शामिल अधिकांश श्रद्धालु पांचों पड़ाव का पैदल यात्रा करते हैं। सुबह से ही सभी पांच पड़ावों पर श्रद्धालु पहुंचने लगते है। सड़क पर बह रहे नाला का गंदा पानी का उचित प्रबंध नहीं किया गया तो आने-जाने वाले श्रद्धालुओं ककी परेशानी बढ़ सकती है। मुन्ना चौबे ने कहा कि वीर कुंवर सिंह पुल से अहिल्या मंदिर तक जाने वाले रास्ते में रोशनी का प्रबंध नहीं होने के कारण श्रद्धालुओं को काफी परेशानी होती है। वहीं फोरलेन से अहिरौली आने वाले रस्ता में नाला का पानी बह रहा है। उन्होंनेबताया कि कीचड़ और पानी से रास्ता खतरनाक हो गया है। ऐसे में श्रद्धालुओं को आने-जाने में काफी परेशानी हो सकती है। विकास कुमार ने कहा कि सालोंभर अहिरौली मंदिर में श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने के लिए आते हैं। धार्मिक दृष्टिकोण से अहिरौली का महत्व है। अहिल्या माता और प्रभु श्रीराम की कथा धार्मिक ग्रंथों में निहित है। उन्होंने कहा कि पंचकोसी परिक्रमा यात्रा के समय ही अहिरौली धाम की याद जिला प्रशासन और नगर परिषद प्रशासन को आती है।

 

 

 

स्थानीय लोगों ने कहा कि चार बजे से ही यहां श्रद्धालु पहुंचने लगते हैं। इस समय ठंड बढ़ जाती है। ठंड के मौसम में श्रद्धालुओं को परेशानी नहीं हो इसके लिए प्रशासन को समुचित व्यवस्था करना चाहिए। क्योंकि, श्रद्धालु यहां पूजा अर्चना कर रात्रि विश्राम करते हैं और सुबह में पंचकोसी के दूसरा पड़ाव नदांव के लिए रवाना होते हैं। सुरक्षा को लेकर भी व्यापक व्यवस्था होनी चाहिए। नगर परिषद के चेयरपर्सन कमरून निशा ने कहा कि पंचकोसी परिक्रमा यात्रा को देखते हुए रास्ते को श्रद्धालुओं के लिए चलने लायक बनाने का निर्देश दिया गया है।

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