RELIGION

किला मैदान में धु धु कर जला रावण का पुतला, जिलेभर में मनाया गया धर्म की अधर्म पर विजय का पर्व विजयादशमी

न्यूज़ विज़न।  बक्सर 

किला मैदान में भगवन श्रीराम व् रावण का युद्ध
न्याय की अन्याय पर, सदाचार की दुराचार पर, धर्म की अधर्म पर, गर्व की अहंकार पर, अच्छाई की बुराई पर, सत्य की असत्य पर और अंधकार पर उजाले की विजय का प्रतीक विजयदशमी का पर्व मंगलवार को हर्षोल्लास के साथ जिलेभर में मनाया गया।
लंका दहन के दौरान आतिशबाजी
इस दौरान किला मैदान में चल रहे 21 दिवसीय विजयदशमी महोत्सव में रावण के साथ ही उसके पुत्र मेघनाथ का पुतला दहन किया गया।
रावण वध देखने के लिए किला मैदान में भीड़
भगवान श्री राम ने जैसे ही रावण के पुतला को जैसे ही आग लगाया पूरा किला मैदान श्रीराम के जयकारे से गूंज उठा इसके पूर्व हनुमान जी द्वारा लंका दहन किया गया जिसमे जमकर आतिशबाजी हुयी, तत्पश्चात लक्ष्मण और मेघनाथ के बिच युद्ध हुआ और मेघनाथ के पुतले को जलाया गया जिसके बाद किला मैदान में राम रावण के भयंकर युद्ध का दर्शकों ने आनंद उठाया।

विशालकाय दशानन के पुतले में जैसे ही आग लगी पूरा किला मैदान जयकारे से गूंज उठा और धर्म पर धर्म के जीत को देखने के लिए भारी संख्या में भीड़ उमड़ी रही।

पुतला दहन के दौरान मैदान में बना डी एरिया

45 फीट की रावण और 40 फीट का मेघनाथ आकर्षण का केंद्र किला मैदान बना रहा और रावण वध देखने के लिए लगभग 2:00 बजे से किला मैदान में लोग जुटने लगे थे।  शाम लगभग 5:30 बजे भगवान श्री राम और रावण  के बीच में युद्ध शुरू हुआ तो किला मैदान में पांव रखने भर की  जगह नहीं बची थी .

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रावण के पुतला दहन के दौरान मुस्तैद फायर कर्मी

म रावण के युद्ध के बीच जय श्री राम के जयकारे लगाते रहें। भगवान राम ने जैसे ही रावण के नाभिक कुंड में तीन मारा रावण का विशाल का पुतला धु धु कर जलने लगा। अंत में मंच से समिति के सुरेश संगम ने रामलीला मंच से कार्यक्रम को सफलता के लिए डीएम अंशुल अग्रवाल, एसपी मनीष कुमार समेत जिले के सभी पदधिकारियो, समिति के सक्रीय सदस्यों, मीडियाकर्मियों के साथ धैर्य और संयम के साथ लीला देखने वाले दर्शको को धन्यवाद दिए। किला मैदान में पुतला दहन के दौरान फायर कर्मी तत्पर दिखे .

 

किला मैदान में खड़ा मेघनाथ और रावण का पुतला

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