कर्पूरी ठाकुर को राज्य के प्रति दूरदर्शी सोच और विकास की ललक ने जननायक बनाया – उमेश कुशवाहा
प्रदेश के सभी प्रखंडों में कर्पूरी चर्चा आयोजित कर बिहार सरकार द्वारा चलाई जा रही 364 योजनाओं की दी जा रही है जानकारी




न्यूज विजन | बक्सर
झोपड़ी के लाल की दूरदर्शी सोच राज्य के प्रति उनकी विकास की ललक ही उनको जननायक बनाया। उक्त बाते रविवार को जदयू प्रदेश नेतृत्व द्वारा आयोजित प्रखंड स्तरीय कर्पूरी चर्चा में सदर प्रखंड के स्टेशन रोड स्थित वृंदावन वाटिका में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा। उन्होंने कहा कि समाज के विकास के मुख्य धारा से विमुख हुए लोगों को विकास की मुख्यधारा में लाना ही उनका मुख्य उद्देश्य था। कर्पूरी ठाकुर एक व्यक्ति नहीं थे एक विचारक थे, एक सोच थे, एक नई सुबह की शुरुआत थे।
इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदेश अध्यक्ष, अति पिछड़ा के प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र चंद्रवंशी, आरा बक्सर एमएलसी राधा चरण सेठ, पूर्व मंत्री संतोष निराला, अंजुम आरा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा ने कहा की विकास पुरुष नीतीश कुमार द्वारा बिहार के विकास के लिए 364 जन कल्याणकारी योजना चलाई जा रही है जिसको जन जन तक पहुंचाने के लिए कर्पूरी चर्चा बिहार के सभी प्रखंडों में आयोजित की जा रही है। कर्पूरी ठाकुर 1952 में चुनाव जीतने के बाद कभी चुनाव नही हारे वही शिक्षा मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक का सफर तय किए हुए थे। अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र चंद्रवंशी ने कहा की वो गरीबों दलितों व पिछड़ों के मसीहा के रूप में पूरे देश में जाने जाते थे। वही कार्यक्रम को पूर्व मंत्री संतोष कुमार निराला, ललित नारायण मंडल, पूर्व मंत्री अजीत चौधरी, शाहाबाद प्रभारी राज किशोर सिंह, बक्सर विधानसभा प्रभारी मनोज उपाध्याय प्रदेश कार्यालय प्रभारी रणविजय ने अपने अपने विचार ब्यक्त किये। इस कार्यक्रम का संचालन जिला अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम में परशुराम तत्वा, धमेंद्र ठाकुर उर्फ पिंटू ठाकुर, नागेंद्र प्रजापति, कुमार जैनेन्द्र उर्फ संतोष चौधरी, कमलेश गुप्ता, विश्वनाथ राम, कृष्ण सिंह, अशोक प्रजापति, जगनारायण चौहान, फूतुचन्द कुशवाहा, सुरेन्द्र कुशवाहा, हरेन्द्र सिंह, छितेश्वर गोंड़, राजेश कुशवाहा, मोहन चौधरी, ध्रुव गुप्ता, पंकज मानसिंहका, संजय सिंह राजनेता, दुर्गावती देवी, चंदा, जितेंद्र सिंह, दिनेश सिंह, लाला सिंह, राघवेंद्र उज्जैन, आजाद सिंह, बब्लू पांडेय, मंटू उपाध्याय, टुन्ना राम, सीता राम सिंह, बृजेश यादव, संजय सिंह, सिद्धेश्वर चौधरी, राधेश्याम यादव, श्याम जी बर्मा, अनुरुद्ध तिवारी समेत अनेकों लोग मौजूद रहे।

