आशा कर्मियों के साथ कोरियर के हड़ताल पर जाने से टीकाकरण पूरी तरह प्रभावित




न्यूज विजन। बक्सर
आशा एवं आशा फैसिलेटर का बेमियादी हड़ताल 15 वे दिन भी जारी रहा। जहां एक तरफ आशा और आशा फैसिलिटेटर अपने अपने प्रखंडों पर हड़ताल के दौरान धरने पर डटी रही। वहीं दूसरी तरफ टीकाकरण का कार्य ठप रहा।
आशा कर्मियों के हड़ताल के साथ साथ कोरियर भी हड़ताल में शामिल हो गए हैं जिससे जिलेभर के कोरियर ओने डब्बा ले जाने से इंकार कर दिया। वही इटाढी प्रखंड के चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा आशाओं पर गाड़ी चढ़ाने की घोर निंदा की गई और जिला के तमाम आशा आक्रोशित होकर जिला प्रशासन से मांग की है की चिकित्सा पदाधिकारी पर कार्रवाई हो। जहां एक तरफ टीकाकरण का ग्राफ गिर रहा है तो वहीं दूसरी तरफ संस्थागत प्रसव भी ना के बराबर हो रहा है। आशाओं ने सरकार से मांग की सरकार सकारात्मक वार्ता करके हम लोगों की मांग को पूरा करें। क्योंकि उप मुख्यमंत्री ने अपने घोषणा पत्र में आशाओं को मानदेय देने की बात एवं अन्य बात मानने की किए थे। आम जनता को जनहित में हड़ताल को सरकार समझौता करके समाप्त कराएं। आशा के जिला संयोजक एवं राज्य के उपाध्यक्ष अरुण कुमार ओझा ने सदर प्रखंड में धरना को संबोधित करते हुए सरकार से मांग किया कि 9 सूत्री मांगों की पूर्ति के लिए वार्ता का आयोजन किया जाए। अगर सरकार सुनवाई नहीं करती है तो 3 अगस्त को तमाम आशा पटना की सड़कों पर मार्च करेगी। और अपनी मांग पूरी करने के लिए बाध्य करेगी। धरना की अध्यक्षता मीरा देवी ने किया। उपस्थित वक्ताओं में मनोज चौधरी, कुंदन झा, नागेश पांडे, अभिराजो देवी, बबीता कुमारी, पुष्पा देवी, सीमा देवी, नीतू देवी आदि ने अपने विचार रखे। चौसा प्रखंड में मंजू देवी, राजपुर प्रखंड में सुधा गुप्ता, इटाढी में डेज़ी एवं कंचन देवी, डुमराव में मुनैना देवी, चौगाई में कंचन देवी, ब्रह्मपुर में दुर्गावती देवी, सिमरी पुष्पा देवी, केशव गीता पांडे एवं नवानगर में विमला देवी आदि के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम किया गया।

