आशा कर्मियों की मांगो की पूर्ति के साथ हड़ताल समाप्त, अबीर गुलाल लगाकर एक दूसरे को दी बधाईयां




न्यूज विजन | बक्सर
बिहार राज्य आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संयुक्त मंच के तत्वाधान में पिछले 12 जुलाई से जारी हड़ताल का सोमवार को समापन हो गया। सरकार ने पिछले दिन हुई वार्ता के दौरान 1000 के बदले 2500 देने पर सहमत हो गई है जो सितंबर माह से मिलना शुरू हो जाएगा। सबसे बड़ी बात पारितोषिक को मानदेय में बदलने के लिए सरकार तैयार हो गई है। अश्वनी पोर्टल के पूर्व के बकाए का भुगतान भी सरकार देने को तैयार है। साथ ही साथ आशा फैसिलेटर एवं आशा को मिलने वाले राशि के लिए केंद्र सरकार को जो नवंबर माह में पीपीपी की बैठक होने वाली है में प्रस्ताव महंगाई को देखते हुए मूल्य सूचकांक के आधार पर भेजा जाएगा। साथ ही साथ 60 वर्ष से 65 वर्ष करने की बात भी सरकार ने मान ली है। एवं सेवानिवृत्ति के पश्चात कुछ राशि देने पर सहमत हुई है या भ्रम फैलाने वालों के मुंह पर एक करारा तमाशा है। सरकार के द्वारा कोई लिखित नहीं दिया गया है। राज्यसभा समिति के द्वारा संजय जी के द्वारा पत्र प्राप्त हो गया है जिसकी कॉपी सभी आशाओं को भेज दी गई है।
हड़ताल के दौरान हुई जीत की खुशी में सदर प्रखंड में आशा एवं आशा फैसिलेट द्वारा एक भव्य आयोजन कर अबीर गुलाल के साथ एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया गया। साथ ही साथ इटाढ़ी में भी गुलाल के साथ मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया गया। दोनों जगह इस मौके पर जिला के संयोजक सह राज्य उपाध्यक्ष अरुण कुमार ओझा एवं महावीर पंडित विशेष रूप से उपस्थित रहे। सदर प्रखंड में यह कार्यक्रम मीरा देवी एवं इटाढी प्रखंड में डेजी जी देवी के नेतृत्व में संपन्न किया गया। अन्य प्रखंडों से भी विजय उत्सव मनाने की खबर आ रही है। अरुण कुमार ओझा ने जिला के तमाम आशा एवं आशा फैसिलिटेटर को लड़ाई में तन मन धन से सहयोग के लिए धन्यवाद दिया और साथ ही आगाह किया यह एकजुटता कायम रहनी चाहिए।

