आंगनबाड़ी सेविका बिमला देवी के पुत्र अविनाश ने यूपीएससी की सिवील सर्विस परीक्षा किया पास , मिला केन्द्र शासित प्रदेश कैडर
दो माह बाद घर पहुंचे अविनाश का गर्मजोशी के साथ हुआ स्वागत
न्यूज विजन । बक्सर
संघ लोक सेवा आयोग नई दिल्ली द्वारा आयोजित सिवील सर्विस की प्रतियोगिता परीक्षा पास करने के दो माह बाद अविनाश अपने घर डुमरांव प्रखंड के अमथुआ गांव पहुंचा। गांव घर पहुंचने पर युवक अविनाश कुमार सिंह का उनके माता आंगनबाड़ी सेविका बिमला देवी, पिता महेश प्रसाद सिंह संग रिश्तेदारों एवं ग्रामीणों ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। स्थानीय प्रखंड के अमथुआ गांव सहित उनके घर में सोमवार को जश्न का माहौल कायम रहा। इस खुशहाली के बीच सगे संबधियों से अविनाश का घर भरा रहा। संघ लोक सेवा आयोग के सिवील सर्विस की प्रतियोगिता परीक्षा पास करने वाले अमथुआ के लाल को शाबाशी व बधाई देने वाले लोगों की पूरे दिन तांता लगा रहा। अमथुआ पहुंचकर बधाई देने वालो में चर्चित समाजसेवी श्याम लाल सिंह कुशवाहा, डुमरांव विधायक डा.अजीत कुमार सिंह, ब्रम्हपुर नगर पंचायत के चेयरमैन प्रतिनिधि राकेश कुमार, पूर्व मुखिया संतोष कुमार, पूर्व बीडीसी नंदलाल सिंह कुशवाहा,रोटरी क्लब के राजकुमार सिंह कुशवाहा, मुखिया मुखलाल सिंह कुशवाहा, विधायक प्रतिनिधि नीरज कुमार, डा.रामजी सिंह एवं बशिष्ठ सिंह आदि शामिल थे।
‘पति की सफलता में पत्नी का योगदान रहा अहम’
तीसरी बार में संघ लोक सेवा आयोग के सिवील सर्विस की प्रतियोगिता परीक्षा में बाजी मारने वाले युवक की सफलता के पीछे उनकी पत्नी नेहा सिंह की भूमिका अहम बताया गया है। पति की सपना को पूरा करने के लिए पत्नी ने कंम्यूटर इंजिनीयर की नौकरी से त्याग पत्र दे दिया था। संघ लोक सेवा आयोग के सिवील सर्विस की परीक्षा पास करने वाले अविनाश कुमार सिंह कहते है कि उनके इस सफलता के पीछे मां बिमला देवी, पिता अविनाश सिंह कुशवाहा, मामा दीपक सिंह एवं मामी के अलावा उनकी पत्नी नेहा सिंह की खास भूमिका रही। दुसरी ओर दादा जग्गू सिंह एवं दादी लालमुनि सिंह एवं नाना नानी का आशिष बराबर बना रहा। तीसरी बार में यूपीएससी की सिवील सर्विस में बाजी मारने के बाद उन्हें केन्द्र शासित प्रदेश बतौर कैडर मिला है। उन्होनें बताया कि आरंभिक पढ़ाई अमथुआ प्राथमिक विद्यालय से करने के बाद प्रयाग राज ननिहाल चले गए।वहां से इंटर किया। बी काम की पढ़ाई बक्सर स्थित पीसी कालेज से पूरा किया। एमबीए की डिप्लोमा दिल्ली विवि से ग्रहण किया। पढ़ाई समाप्त होते ही उन्हें बैंक की नौकरी मिल गई। इंडियन बैंक में नौकरी ज्वायन कर लिया। कुछ ही दिनों के बाद उन्होनें महाराष्ट्र सेबी में एजीएम पद पा लिया। पर उन्होनें संघ लोक सेवा आयोग की सिवील सर्विस हासिल करने का सपना बाल्य काल से पाल रखा था। उन्होनें बताया कि वर्ष 2019 में हुई शादी उनके सपना को पूरा करने में बाधक नहीं बना। बल्कि बीटेक की डिप्लोमा हासिल करने वाली पत्नी नेहा सिंह उन्हें सहयोगी बनी रही। चूंकि दो बार सफल नहीं हो सका था। इस साल उनका आखिरी प्रयास था। आखिरी प्रयास ने उनके बाल्य काल का सपना यूपीएससी सिवील सर्विस में जाने का पूरा कर दिया। बकौल नेंहा सिंह पति की मिली सफलता के बाद अब उनकी आईटी के क्षेत्र में नौकरी करने की तमन्ना है।पहले नौकरी से त्याग पत्र दे दिया था।
माता बिमला देवी आंगनबाड़ी सेविका-अविनाश के अन्य दो भाई में अंकित कुमार सिंह मुजफरपुर विवि में सहायक प्रोफेसर एवं मनीष कुमार सिंह डीएफसीसीआइएल में कार्यपालक के पद पर कार्यरत है। माता बिमला देवी डुमरांव प्रखंड के अमथुआ मंें आंगनबाड़ी सेविका के पद पर कार्यरत है। बिमला देवी कहती है कि अब पारिवारिक जिम्मेवारियों का निर्वहन करने की दृष्टि से आंगनबाड़ी सेविका की नौकरी से उन्होनें त्याग पत्र देने का मन बना लिया है।