असमाजिक तत्वों द्वारा शिक्षक व कर्मियों के साथ किए गए मारपीट के विरोध में अनिश्चित कालीन धरना जारी




न्यूज विजन । बक्सर
बृहस्पतिवार को महर्षि विश्वमित्र महाविद्यालय के सभी शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी 4 जून को महाविद्यालय परिसर में आकस्मिक असामाजिक तत्वों द्वारा शिक्षक एवं कर्मचारी पर किए गए हमले के विरोध में महाविद्यालय में सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर महाविद्यालय परिसर में दूसरे दिन भी बैठे रहे।
शिक्षक संघ के सचिव डॉ छाया चौबे एवं शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के सचिव डॉ अरविंद कुमार सिंह ने अपने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि जबतक दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होती है और महाविद्यालय में सुरक्षा व्यवस्था बहाल नहीं होती है तबतक हम सभी शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी धरने पर बैठे रहेंगे। वही उपद्रवियों द्वारा सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को जातीय रंग दी जा रही है जो सर्वथा अनुचित है। उपद्रवियों द्वारा मुद्दे को जातीय रंग देने पर राजनीति शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष अवधेश प्रसाद एवं संस्कृति विभाग के विभागाध्यक्ष अपने संयुक्त बयान में कहा कि महाविद्यालय में कभी भी जाति धर्म के आधार पर कोई कार्य नहीं होता है। हम दोनों अति पिछड़ी जाति के हैं फिर भी उपद्रवियों ने हम पर भी जानलेवा हमला किया है। फिर इस मुद्दे में जातीय रंग कहां से आता है महाविद्यालय के सभी शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों ने एक स्वर में समाज के बुद्धिजीवियों से अनुरोध किया है कि असामाजिक तत्व का सामाजिक बहिष्कार करें एवं महाविद्यालय के गरिमा को बहाल रखने में महाविद्यालय शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों की सहायता करें। धरने पर डॉ भरत कुमार, डॉ यशवंत कुमार, डॉ महेंद्र प्रताप सिंह, प्रियरंजन चौबे, डॉ नवीन पाठक, डॉ योगर्शी राजपूत, वीरेंद्र कुमार पांडे, चिनमय प्रकाश झा, डॉक्टर अमित कुमार मिश्रा, शैलेंद्र नाथ पाठक, राजीव रंजन कुमार, दयाशंकर तिवारी, टुनटुन मिश्रा, रंजू देवी, सरिता कुमारी, मुन्नी देवी, शांति देवी, रणजीत कुमार श्रीवास्तव, हरगोविंद सिंह, मनीष कुमार, सुनील कुमार समेत अन्य शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी मौजूद रहे।

