कृषि विज्ञान केंद्र में “दलहन एवं तिलहन फसलों की वैज्ञानिक उत्पादन तकनीकी” विषय पर किसान-वैज्ञानिक-वार्तालाप




न्यूज़ विज़न। बक्सर
शनिवार को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 18वीं किस्त के हस्तांतरण कार्यक्रम का सीधा प्रसारण तथा “रबी दलहन एवं तिलहन फसलों की वैज्ञानिक उत्पादन तकनीकी” विषयगत किसान-वैज्ञानिक-वार्तालाप कार्यक्रम का आयोजन कृषि विज्ञान केन्द्र, लालगंज में किया गया। इस दौरान महाराष्ट्र से प्रधानमंत्री द्वारा किसान सम्मान निधि के हस्तांतरण समेत कई कल्याणकारी योजनाओं के उद्घाटन कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण कर किसानों को कल्याणकारी पीएम कुसुम (सौर ऊर्जा) योजना एवं पशु नस्ल सुधार व आनुवांशिक चिप के प्रति जागरूक किया गया। कृषि विज्ञान केन्द्र, के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. देवकरण ने इन योजनाओं की विस्तृत तकनीकी जानकारी से प्रतिभागियों को अवगत कराया।







किसान-वैज्ञानिक-वार्तालाप कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. एस. पी. पूनिया, वरिष्ठ वैज्ञानिक, अंतर्राष्ट्रीय परियोजना सीसा-सीमिट, भारत ने मृदा परीक्षण आधारित उर्वरक संस्तुति के साथ-साथ फसलों मे समेकित पोषक तत्व प्रबंधन की तकनीकी जानकारी आगंतुक किसानों एवं उपस्थित आईएनएम पाठ्यक्रम के प्रशिक्षणार्थियों को दी। आमंत्रित वैज्ञानिक डॉ. अनुराग ने प्रक्षेत्र कृषि अवशेष/अपशिष्ट के प्रयोग से कम्पोस्ट खाद तैयार करने की विधियों की सैद्धांतिक एवं प्रयोगात्मक जानकारी दी।
कृषि विज्ञान केन्द्र, बक्सर के विशेषज्ञ हरगोबिन्द ने रबी दलहन एवं तिलहन फसलों के लिए खेत की तैयारी, बीज चयन एवं प्रभेदों पर विस्तृत चर्चा की। कार्यक्रम मे 50 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया जिनमे संध्या कुमारी, धर्मशीला देवी, कुसुम देवी, उर्मिला देवी, वसंत कुमार, मनोज कुमार, धमेन्द्र ओझा, आदि उपस्थित थे तथा केन्द्र के आरिफ परवेज, रवि चटर्जी, सरफराज अहमद खान आदि ने सहयोग दिया।


