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पे ग्रेड की मांग को लेकर जिलेभर के कृषि समन्वयक 6 जून से करेंगे हड़ताल

न्यूज विजन | बक्सर
बिहार कृषि समन्वयक कार्यसमिति के आह्वान पर जिलेभर के सभी कृषि समन्वयक अपने एक सूत्री मांग को लेकर आगामी 6 जून से विभागीय कामकाज ठप कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। इस आशय को लेकर एक पत्र किसान सलाहकार संघ के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह ने बीते शनिवार को जिला कृषि पदाधिकारी को दिया है। हड़ताल में जिलेभर के सभी 60 कृषि समन्वयक शामिल होंगे। उन्होंने अपने पत्र में स्पष्ट किया है कि कृषि समन्वयकों का वेतन संशोधन पे ग्रेड-22800 को तकनीकी योग्यतानुरूप कर 4600 करने के लिए अपनी एक सूत्री मांग के समर्थन में 6 जून से मांग पूरा होने तक हड़ताल पर जाएंगे।
प्रासंगिक पत्र के संबंध में दिये गये आवेदन में कहा गया है कि ग्रेड पे में उत्पन्न विसंगति को संघ के स्तर से लिखित रूप से मिलकर अथवा पत्र के माध्यम से प्रशासी विभाग कृषि विभााग को अवगत कराया जाता रहा है। इसकी क्रम में मजबूरीवश पूरे बिहार के कृषि समन्वयक 10 अगस्त 2022 को कृषि निदेशक की उपस्थिति में समन्यकों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई थी। इसमें लिखित ग्रेड पे उत्क्रमण का भरोसा दिया गया था। इसके बाद 23 अगस्त 2022 को कृषि निदेशक की अध्यक्षता में गठित टीम के माध्यम से ग्रेड पे 4600 उत्क्रमित करने का निर्णय लिया गया था। 10 अगस्त को हुई बैठक की कार्यवाही जिसमें एक माह के अंदर अपनी अनुशंसा विभागीय स्तर पर निर्णय के उपरांत संचिका वित्त विभााग को भेजा जाना था, लेकिन दस माह बीत जाने के बद भी हमारी मांगको पूरा नहीं किया गया। इसके आलोक में निर्णय लिया गया है कि 6 जून से मांग पूर्ण होने तक सभी कृषि समन्वयक हड़ताल पर रहेंगे।

कृषि समन्वयकों की हड़ताल से प्रभावित होंगे विभागीय कार्य
कृषि समन्वयकों के हड़ताल पर चले जाने से कृषि विभाग की ओर से संचात महत्वपूर्ण योजनाओं का कार्य प्रभावित होगा। जिला कृषि विभाग के सूत्र के अनुसार जीरो टॉलरेंस नीति के तहत उर्वरक की बिक्री, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत शत-प्रतिशत सत्यापन, पीएम किसान योजना सम्मान निधि योजना के लाभार्थी किसानों का ई-केवाईसी, बीज वितरण, मिट्‌टी जांच के लिए नमूना का संग्रह का कार्य प्रभाावित हो सकता है। कृषि समन्वयक संघ के अध्यक्ष ने कहा कि हड़ताल पर जाना हमारी मजबूरी है, क्योंकि हम सबों को ठगने, छलने व साजिश का शिकार बनाया जा रहा है।

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