55 वें सिय पिय मिलन महोत्सव के तीसरे दिन रासलीला में कालीदह देख भाव विभोर हुए श्रद्धालु




न्यूज़ विज़न। बक्सर
नगर के नया बाजार सीताराम विवाह आश्रम के महंत राजाराम शरण दास जी महाराज के सानिध्य में चल रहे 55 वें सिय पिय मिलन महोत्सव के तीसरे दिन शनिवार को रासलीला में वृंदावन के श्री फतेह कृष्ण शास्त्री की मंडली के द्वारा कालीदह लीला का भव्य मंचन किया गया।







रासलीला में दिखाया गया की भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के बाद राजा कंस को मृत्यु का भय सताने लगता है। कंस कृष्ण का वध करने की चिंता में अपने सभासदों से उपाय पूछने लगता है इसी समय नारद मुनि का उन्हें ख्याल आता है और उन्हें वह बुलाकर उनसे श्रीकृष्ण वध करने का उपाय पूछने लगते हैं। श्री नारद कंस को बताते हैं कि गांव गोकुल के पास कालिया नाग की एक कालीदह है जिसमे सुंदर नीलकमल के फूल खिले हुए हैं। भगवान शिव की पूजा के लिए नीलकमल का फूल कृष्ण के हाथों मंगवाया जाए।

नारद मुनि का सुझाव सुनते ही कंस ने गोकुल में नन्द बाबा के यहाँ सैनिकों को भेज कालीदह का कमल के फूल मांग करते है। सैनिक की बात सुनते ही नंदबाबा एवं माता यशोदा काफी चिंतित हो जाते है। लेकिन श्री कृष्ण अपनी शाखाओं के साथ गेंद खेलते हुए कालीदह के पास पहुंच जाते हैं और वह नीलकमल के लिए कालीदह में कूद पड़ते हैं जिससे सारे शाखा चिंतित हो जाते हैं और यह सूचना मिलते ही गोकुल गोकुल वासी कालीदह के किनारे बड़ी संख्या में पहुंच जाते हैं वह चिंतित श्री कृष्ण को पुकारते हैं कुछ ही देर में भगवान कालिया नाग को नाथ उसके फन पर बंसी बजाते हुए नृत्य करते हुए बाहर आ जाते हैं इसी समय शाखा उनकी जय जय करने लगते हैं।
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