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किसानों पर अत्याचार बंद नहीं होता है तो हम लोग भूल जाएंगे कि चुनाव है तथा आचार संहिता भी लागू है : दिनेश कुमार 

न्यूज़ विज़न।  बक्सर 

चौसा के बनारपुर गांव में 2 साल के बच्चों व 90 वर्ष के बुजुर्गों पर डीएम एसपी की मौजूदगी में लाठियां बरसाई गयी उक्त बातें शुक्रवार को शहर के चरित्रवन स्थित होटल आकर्षक हेरिटेज में संयुक्त किसान मोर्चा सह भारतीय किसान यूनियन के बिहार प्रदेश प्रभारी दिनेश कुमार सिंह ने प्रेस वार्ता आयोजित कर कहा।

 

उन्होंने कहा की बुधवार को पुलिस प्रशासन एवं धरना पर बैठे किसानों के बीच झड़प हुई। जिसमें धरना में शामिल किसानों के साथ ही पुलिस जवान व अधिकारी भी काफी संख्या में जख्मी हुए है। जिसके बाद पुलिसिया कारवाई चौसा के बनारपुर गांव के लोगों पर बर्बरतापूर्ण तरीके से की गई है। उन्होंने आगे कहा कि घर में घुसकर जिस तरह से बर्बरता महिलाओं पर बरती गई है यह निंदनीय है। यदि इस तरह की कारवाई प्रशासन द्धारा किया जाता है तो किसान चुप नहीं बैठेंगे। वाजिब लड़ाई के लिए धरना पर बैठे किसानों पर बर्बरता बरती गई है। इस दौरान दिनेश कुमार ने जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक पर कंपनी से मिलीभगत कर कार्रवाई का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई सरकार के इशारे पर हुई है। इस क्रम में उन्होंने स्थानीय सांसद पर भी कई आरोप लगाया है। यह कार्रवाई उस समय की गई है जब लोगों को चुनाव एवं आचार संहिता का भय दिखाकर किसानो की वाजिव लड़ाई खत्म कराया जा सके। यदि किसानों पर अत्याचार बंद नहीं होता है तो हम लोग भूल जाएंगे कि चुनाव है तथा आचार संहिता भी लागू है। उन्होंने कहा की पुलिस ने सिर्फ लोगों पर ही नहीं हमला किया, बल्कि उनकी निजी सम्पति को तहस नहस कर दिया गया। लोग यह भी आरोप लगा रहे है की पुलिस कर्मियों ने न केवल उनकी सम्पति को बर्बाद किया बल्कि आभूषण और अन्य महँगी चीजें भी चुरा ली।

 

वहीं संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक अशोक प्रसाद सिंह ने कहा कि गांव में जाकर विजिट किया गया वहां की स्थिति भयावह है। घरों की स्थिति देखने पर यह कहीं से नहीं दिख रहा है कि यह कारवाई पुलिस के द्धारा किया गया है। यह कार्रवाई पुलिस की बजाय नक्सली एवं क्रिमिनल की तरह किया गया हमला का दृश्य प्रतीत हो रहा है। यह कहीं से भी पुलिस की कारवाई नहीं लगती है। कैग के रिर्पोट के अनुसार किसानों को प्रति एकड़ 36 लाख रुपये मिलना चाहिए लेकिन किसानों को 28 लाख दिया गया है। यह पूरी तरह से गलत है। किसानों के प्रति एकड 8 लाख रुपये कहां गये। उन्होंने न्यायिक जांच की मांग किया है। जबतक चौसा के किसानों को न्याय नहीं मिलता है तब तक आंदोलन जारी रहेगा। वहीं उन्होंने कहा कि अब सेंट्रल के संयुक्त किसान मोर्चा के अधिकारियों के पहुंचने की बात कही है। उन्होंने कहा कि किसान नेता टिकैत भी आएंगे। मौके पर पूर्व सांसद तेज नारायण सिंह, अजय कुमार मिश्रा के साथ अन्य शामिल रहे।

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